भारतीय भोजन में छाछ (Buttermilk) का खास स्थान है। यह न केवल स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि पाचन को भी बेहतर करता है। लेकिन सवाल ये है-क्या खाना खाने के तुरंत बाद छाछ पीना सही है? इस ब्लॉग में हम जानेंगे खाने के तुरंत बाद छाछ पीने के फायदे, नुकसान और एक्सपर्ट की सलाह।
पाचन में सुधार करता है छाछ
छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक गुण पेट के पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह खाने के तुरंत बाद पेट में बनने वाली गैस, भारीपन और अपच जैसी समस्याओं को कम करता है। साथ ही, छाछ में काली मिर्च, हींग या पुदीना डालने से इसकी पाचन शक्ति और भी बढ़ जाती है। गर्मियों में छाछ पीना शरीर को ठंडक देता है और आंतों को स्वस्थ बनाए रखता है।
अधिक मात्रा में पीने से हो सकता है ब्लोटिंग
अगर खाना बहुत भारी या तैलीय हो और उसके तुरंत बाद छाछ की अधिक मात्रा पी ली जाए, तो पेट फूलने (ब्लोटिंग) और गैस बनने की समस्या हो सकती है। खासकर वे लोग जिनका पाचन कमजोर है या जिन्हें लैक्टोज इन्टॉलरेंस है, उन्हें छाछ सीमित मात्रा में ही पीनी चाहिए। मात्रा पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है।
शरीर का तापमान संतुलित करता है
छाछ एक प्राकृतिक कूलेंट की तरह काम करता है। यह शरीर की गर्मी को शांत करता है, खासकर गर्मियों में यह हीट स्ट्रोक, नकसीर और डिहाइड्रेशन से बचाता है। खाने के तुरंत बाद छाछ पीने से शरीर का तापमान संतुलन में रहता है और आपको हल्कापन महसूस होता है। यह गर्म मौसम में थकावट और चिड़चिड़ापन भी दूर करता है।
ठंड के मौसम में नुकसानदेह हो सकता है
सर्दियों में या जिन लोगों को बार-बार सर्दी-जुकाम की शिकायत रहती है, उनके लिए खाने के तुरंत बाद छाछ पीना नुकसानदायक हो सकता है। इससे कफ बढ़ता है और गले में खराश या जुकाम हो सकता है। ठंड में छाछ पीनी हो तो उसे थोड़ा गर्म मसाले (जैसे अदरक, अजवाइन) के साथ लेना चाहिए या दिन में दोपहर को पीना चाहिए।
डाइजेशन के लिए हेल्दी ड्रिंक है छाछ
छाछ केवल ताजगी देने वाला पेय नहीं है, बल्कि यह एक हेल्दी डाइजेस्टिव ड्रिंक भी है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, और विटामिन B-12 जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो आंतों को मजबूत बनाते हैं। इसके नियमित सेवन से कब्ज, एसिडिटी और पेट दर्द जैसी समस्याएं दूर होती हैं। यह भोजन को बेहतर पचाने में सहायक होता है।
डायबिटीज और हृदय रोगियों के लिए लाभदायक
अनसाल्टेड छाछ का सेवन डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। खाने के बाद छाछ लेने से ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रहता है और यह इंसुलिन को बेहतर कार्य करने में मदद करता है। हालांकि डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही सेवन करना बेहतर होता है।
मानसिक तनाव और थकान कम करता है
खाने के बाद एक गिलास छाछ पीना न केवल पेट को राहत देता है, बल्कि दिमाग को भी ठंडक पहुंचाता है। यह मानसिक थकान, चिड़चिड़ापन और स्ट्रेस को कम करता है। गर्मियों में यह एक नैचुरल रिफ्रेशमेंट का काम करता है, जिससे नींद अच्छी आती है और मूड भी बेहतर बना रहता है।
छाछ पीने के सही नियम
- भारी भोजन के बाद 100-150 ml से अधिक न लें
- मसाले डालकर सेवन करें-जैसे भुना जीरा, काली मिर्च
- ठंड के मौसम में दोपहर में लें, रात में न पिएं
- लैक्टोज इन्टॉलरेंस होने पर बचें