नवजात शिशु का सामान्य औसतन वजन क्या होता है?
नवजात शिशु का सामान्य वजन जन्म के समय 2.5 किलोग्राम से 3.5 किलोग्राम के बीच होना चाहिए। यदि शिशु का वजन 2.5 किलोग्राम से कम है तो इसे “लो बर्थ वेट” यानी कम वजन वाला शिशु कहा जाता है। वहीं, अगर वजन 4 किलोग्राम से अधिक है तो उसे “हाई बर्थ वेट” कहा जा सकता है। शिशु का वजन उसके गर्भकाल (Gestational Age), माता की सेहत और पोषण, तथा अन्य कई जैविक कारकों पर निर्भर करता है। सामान्य वजन यह दर्शाता है कि शिशु का गर्भ में विकास उचित रूप से हुआ है।
समयपूर्व (Preterm) और पूर्णकालिक (Full-term) शिशुओं में वजन का अंतर
समयपूर्व यानी 37 सप्ताह से पहले जन्मे बच्चों का वजन आमतौर पर कम होता है। ऐसे शिशुओं का वजन 2 किलो से भी कम हो सकता है। वहीं, पूर्णकालिक यानी 39-40 सप्ताह में जन्मे बच्चों का वजन अपेक्षाकृत अधिक होता है और 2.5-3.5 किलो के बीच सामान्य माना जाता है। डॉक्टर ऐसे बच्चों की विशेष निगरानी करते हैं, खासकर अगर वे समय से पहले जन्में हों, ताकि उनके शारीरिक विकास को ट्रैक किया जा सके और समय रहते सही पोषण व इलाज दिया जा सके।
कम वजन के शिशु की पहचान और देखभाल
कम वजन वाले नवजात शिशु दिखने में बहुत दुबले और कमजोर हो सकते हैं। ऐसे बच्चों की त्वचा झुर्रीदार हो सकती है और वे अधिक नींद ले सकते हैं या दूध पीने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं। कम वजन वाले शिशु को विशेष निगरानी और पोषण की आवश्यकता होती है, ताकि उनका विकास सही तरीके से हो सके। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार स्तनपान, फॉर्मूला मिल्क या विशेष पोषण सप्लीमेंट का उपयोग किया जाता है।
क्या अधिक वजन भी चिंता की बात है?
हाँ, अत्यधिक वजन वाले शिशु यानी 4 किलो या उससे अधिक के नवजात शिशु को भी विशेष देखभाल की जरूरत होती है। यह संकेत हो सकता है कि गर्भावस्था के दौरान माँ को डायबिटीज या अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या थी। ऐसे बच्चों में आगे चलकर मोटापा या मेटाबोलिक समस्याएं विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए नियमित चेकअप और न्यूट्रिशन गाइडलाइंस का पालन करना आवश्यक है।
शिशु का वजन कैसे बढ़ता है पहले छह महीने में?
जन्म के बाद पहले 6 महीनों में शिशु का वजन तेजी से बढ़ता है। आमतौर पर एक नवजात शिशु जन्म के 6 महीने तक अपने वजन को दोगुना कर लेता है। यह वृद्धि अच्छी तरह से स्तनपान या फॉर्मूला दूध मिलने पर होती है। यदि शिशु का वजन नहीं बढ़ रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर कारणों की जांच करनी चाहिए। वजन वृद्धि उसकी पोषण स्थिति और सामान्य विकास का संकेतक होती है।
नवजात शिशु के वजन को बनाए रखने के उपाय
शिशु के वजन को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से स्तनपान करवाएं। माँ का दूध न केवल पोषण देता है, बल्कि शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। साफ-सफाई का ध्यान रखें और नियमित रूप से डॉक्टर से शिशु की जांच करवाएं। अगर कोई वजन में गिरावट या असामान्यता दिखाई दे, तो समय रहते बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। पर्याप्त नींद, गर्म कपड़े और माता-पिता की देखभाल शिशु को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
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