टेक्सटाइल उद्योग भारत में सबसे बड़े रोजगार प्रदाताओं में से एक है। इस क्षेत्र में लाखों लोग सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से काम करते हैं। टेक्सटाइल उद्योग कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र है। यह उद्योग ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
भारत का टेक्सटाइल उद्योग का महत्व
भारत का टेक्सटाइल उद्योग राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह देश के कुल निर्यात में लगभग 15% का योगदान करता है और देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 7% का योगदान देता है। इसके अलावा, टेक्सटाइल उद्योग ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और महिलाओं के सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
टेक्सटाइल कंपनियों का भौगोलिक वितरण
भारत में टेक्सटाइल कंपनियां विभिन्न राज्यों में फैली हुई हैं, लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं जहां यह उद्योग विशेष रूप से केंद्रित है।
- तमिलनाडु: तमिलनाडु को भारत का टेक्सटाइल हब माना जाता है। कोयंबटूर, तिरुपुर, और इरोड जैसे शहर टेक्सटाइल उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं। तमिलनाडु में सबसे अधिक स्पिनिंग मिल्स और गारमेंट निर्माण इकाइयां हैं।
- महाराष्ट्र: महाराष्ट्र का मुंबई और पुणे क्षेत्र भी टेक्सटाइल उद्योग का महत्वपूर्ण केंद्र है। मुंबई को टेक्सटाइल उद्योग का प्रमुख केंद्र कहा जाता है, जहां कई बड़ी-बड़ी टेक्सटाइल कंपनियां स्थित हैं।
- गुजरात: गुजरात का सूरत शहर टेक्सटाइल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। सूरत में प्रमुख रूप से सिंथेटिक फैब्रिक और डायमंड कटिंग का काम होता है। अहमदाबाद भी कपास आधारित टेक्सटाइल उद्योग के लिए जाना जाता है।
- पंजाब: पंजाब के लुधियाना और अमृतसर टेक्सटाइल उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं। लुधियाना को “मैनचेस्टर ऑफ इंडिया” कहा जाता है, क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर ऊनी कपड़े और रेडीमेड गारमेंट्स का उत्पादन होता है।
- राजस्थान: राजस्थान का जयपुर और भीलवाड़ा टेक्सटाइल उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं। भीलवाड़ा को “टेक्सटाइल सिटी ऑफ इंडिया” कहा जाता है।
टेक्सटाइल उद्योग में सबसे अधिक कर्मचारी
टेक्सटाइल उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या के आधार पर तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात प्रमुख राज्य हैं।
- राजस्थान: जयपुर और भीलवाड़ा में टेक्सटाइल उद्योग में काम करने वाले लोगों की संख्या भी काफी अधिक है। भीलवाड़ा के टेक्सटाइल मिल्स और प्रिंटिंग यूनिट्स में हजारों कर्मचारी काम करते हैं।
- गुजरात: सूरत और अहमदाबाद में टेक्सटाइल उद्योग में बड़े पैमाने पर कर्मचारी कार्यरत हैं। सूरत के सिंथेटिक फैब्रिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में हजारों मजदूर काम करते हैं।
- पंजाब: लुधियाना और अमृतसर में टेक्सटाइल उद्योग में बड़ी संख्या में कर्मचारी कार्यरत हैं। ऊनी कपड़ों और रेडीमेड गारमेंट्स के निर्माण में हजारों लोग जुड़े हुए हैं।
- महाराष्ट्र: मुंबई और पुणे क्षेत्र में टेक्सटाइल उद्योग में बड़ी संख्या में लोग काम करते हैं। यहां के मिल वर्कर्स और गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं।
- तमिलनाडु: इस राज्य में टेक्सटाइल उद्योग में सबसे अधिक कर्मचारी काम करते हैं। यहां की स्पिनिंग मिल्स, गारमेंट फैक्ट्रीज़ और हैंडलूम सेक्टर में लाखों लोग कार्यरत हैं। तमिलनाडु में महिलाएं बड़ी संख्या में टेक्सटाइल उद्योग में कार्यरत हैं, विशेष रूप से गारमेंट निर्माण में।
टेक्सटाइल उद्योग भारत के सबसे बड़े और सबसे पुराने उद्योगों में से एक है। यह उद्योग न केवल देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, और राजस्थान जैसे राज्य टेक्सटाइल उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं और यहां सबसे अधिक टेक्सटाइल कंपनियां और कर्मचारी स्थित हैं।
आने वाले वर्षों में, टेक्सटाइल उद्योग में और अधिक रोजगार सृजन की संभावना है, क्योंकि सरकार द्वारा मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया जैसी पहलें उद्योग को और भी मजबूत बनाने की दिशा में कार्यरत हैं। टेक्सटाइल क्षेत्र में निरंतर विकास और विस्तार के साथ, यह उद्योग न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा, बल्कि देश के लाखों लोगों के जीवन स्तर को भी सुधारने में मदद करेगा।
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