लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व और निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य तेज़ी से चलाया है। मनरेगा योजना के अंतर्गत बाल विकास विभाग और पंचायती राज विभाग के साथ मिलकर वित्तीय वर्ष 2019-20 से अब तक 13,360 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस प्रयास से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा और खेल की सुविधा मिल रही है, बल्कि यह सरकार की ग्रामीण विकास नीति को भी मजबूत कर रहा है।
इस योजना का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किराए के भवनों में हो रहा था, उन्हें अब खुद का भवन मिल रहा है। मनरेगा योजना से इन केंद्रों का निर्माण कार्य निरंतर जारी है। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके अलावा, ध्यान रखा गया है कि कोई भी आंगनबाड़ी केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग के पास न बने, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
6 साल में 13 हजार से ज्यादा बने आंगनबाड़ी केंद्र
वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1981 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हुआ था, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1122 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। इस प्रक्रिया में कुल 13262.15 लाख रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है। वहीं, लगभग 8778 केंद्रों पर कार्य प्रगति पर है। यह योजना पंचायत स्तर पर पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ जारी है।
आयुक्त, ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि इस योजनांतर्गत निर्माण कार्य पूरी तरह से नियमानुसार और शासन के आदेश के अनुसार किया जा रहा है। इस कार्य के जरिए गांवों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों के खेलने और सीखने का बेहतर माहौल तैयार हो रहा है।
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