प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के भव्य, सुरक्षित और सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में एनडीआरएफ ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण और अन्य एजेंसियों के साथ मेगा मॉक अभ्यास किया। इस अभ्यास का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बेहतर समन्वय और तैयारियों को सुनिश्चित करना था।
एनडीआरएफ की विशेष टीमों, जिनमें फ्लड रेस्क्यू, कॉलैप्स्ड स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू, और CBRN (केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर) आपदाओं की प्रतिक्रिया टीम शामिल थीं, ने उप महानिरीक्षक (प्रचालन) मोहसिन शहीदी और नोडल अधिकारी मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में अभ्यास में भाग लिया।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में संभावित आपदा परिदृश्यों का अभ्यास किया गया। इनमें नदी में डूबने की घटना, भगदड़, पीपा पुल से श्रद्धालुओं का गिरना, नाव का पलटना, आग लगना, रेलवे स्टेशन पर भगदड़, और CBRN आपात स्थिति शामिल थीं। एनडीआरएफ टीमों ने घटनास्थल पर तेजी से पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए घायलों को सुरक्षित निकाला। मेडिकल टीमों ने घायलों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया और गंभीर मरीजों को अस्पताल भेजा।
अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (IRS) के दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। सभी संबंधित एजेंसियों, जैसे नागरिक पुलिस, फायर ब्रिगेड, जल पुलिस, एसडीआरएफ, और चिकित्सा विभाग ने अपने कार्यों की समीक्षा की और भविष्य की तैयारियों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
नोडल अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एनडीआरएफ की 20 टीमों को महाकुंभ में तैनात किया गया है, जो किसी भी आपदा से निपटने में सक्षम हैं। एनडीआरएफ आधुनिक उपकरणों और कुशल टीमों के साथ महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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