दिमागी बुखार, जिसे मेंजनाइटिस भी कहा जाता है, एक साधारण स्वास्थ्य समस्या है जो मस्तिष्क में इन्फेक्शन के कारण होती है। यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है और समय रहते उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए, दिमागी बुखार के बारे में जानकारी रखना और इसके लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण होता है।
दिमागी बुखार का प्रमुख कारण मस्तिष्क में इन्फेक्शन होता है। यह इन्फेक्शन किसी अन्य रोगाणुओं या वायरसों के कारण हो सकता है। मस्तिष्क में इन्फेक्शन के कारण मस्तिष्क का तापमान असामान्य रूप से बढ़ सकता है। इसे उच्च तापमान के रूप में देखा जाता है।
कई वायरस और बैक्टीरिया मस्तिष्क में संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जो दिमागी बुखार का प्रमुख कारण होते हैं। लंबे समय तक की स्थितिशीलता, तनाव और थकान भी मस्तिष्क में इन्फेक्शन के लिए एक संकेत हो सकते हैं।
दिमागी बुखार के लक्षण
मस्तिष्क में संक्रमण के कारण तापमान असामान्य रूप से बढ़ सकता है, जो दिमागी बुखार का प्रमुख लक्षण होता है। दिमागी बुखार के मरीजों को मांसपेशियों की अधिक थकान का अनुभव होता है, जो उन्हें कमजोरी और थकान महसूस करती है। मस्तिष्क में इन्फेक्शन के कारण बुखारी मरीजों को अक्सर चक्कर आने की समस्या होती है, जिससे उन्हें अस्थिरता महसूस होती है।
दिमागी बुखार का उपचार
डॉक्टर की सलाह पर उपयुक्त दवाओं का सेवन किया जाना चाहिए जो इस समस्या को दूर करने में मदद कर सकती हैं। मरीज को पूरी तरह से आराम देना चाहिए ताकि उनके शरीर को इस समस्या का सामना करने की शक्ति मिले। कुछ घरेलू उपाय भी दिमागी बुखार के उपचार में सहायक हो सकते हैं।
दिमागी बुखार की वजह से मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच सकता है, लेकिन यदि समय रहते उपचार किया जाए, तो संभव है कि इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है।
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