बीएचयू गैंगरेप मामले में हाईकोर्ट ने दो आरोपियों को सशर्त जमानत दे दी है। वहीं मामले में तीसरे आरोपी की 16 सितंबर को सुनवाई होगी। पिछले वर्ष 2 नवंबर 2023 को हुई इस घटना ने पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया था। इस वारदात को लेकर वाराणसी में काफी उबाल भी आया था। छात्रा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर कैंडल मार्च भी किया था।
बीएचयू गैंगरेप के दो आरोपियों सशर्त जमानत मिलने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि “भाजपा कि आईटी सेल के पदाधिकारी के रूप में काम करने वाले बीएचयू गैंगरेप के तीन आरोपियों में से दो को जमानत मिलने की खबर निंदनीय भी है और चिंतनीय भी। सवाल ये है कि दुष्कर्म करने वालों की कोर्ट में लचर पैरवी करने का दबाव किसका था।”
भाजपा की आईटी सेल के पदाधिकारी के रूप में काम करनेवाले बीएचयू गैंग रेप के तीन आरोपियों में से दो को ज़मानत मिलने की ख़बर निंदनीय भी है और चिंतनीय भी। सवाल ये है कि दुष्कर्म करनेवालों की कोर्ट में लचर पैरवी करने का दबाव किसका था।
ये देश की बेटियों का मनोबल गिराने की शर्मनाक बात… pic.twitter.com/NyYXomZ13G
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 1, 2024
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से भी अपील करते हुए कहा है कि “आशा है कि सच्ची पत्रकारिता करने वाली सभी महिला एंकर इसके बारे में अपना एक शो जरूर करेंगी।