Friday, August 1, 2025

Peepal leaf benefits on empty stomach: खाली पेट पीपल का पत्ता खाने के फायदे, आयुर्वेदिक अमृत जो बदल दे आपका स्वास्थ्य

Peepal leaf benefits on empty stomach: प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में पीपल का पेड़ न केवल पूजनीय माना गया है, बल्कि इसे औषधीय गुणों की खान भी कहा जाता है। इसके पत्तों का सेवन विशेषकर खाली पेट करना कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। आइए जानते हैं खाली पेट पीपल का पत्ता खाने के प्रमुख लाभ और यह किन लोगों के लिए उपयुक्त है।

पेट की समस्याओं में लाभकारी

सुबह खाली पेट पीपल का पत्ता चबाना पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। यह गैस, कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी आम समस्याओं को दूर करने में सहायक है। पीपल की पत्तियों में डायजेस्टिव एंजाइम्स होते हैं जो आंतों की सफाई में मदद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, यह “वात” और “कफ” दोष को संतुलित करता है। नियमित सेवन से पेट हल्का और साफ महसूस होता है, जिससे दिनभर सक्रियता बनी रहती है।

डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद

  • पीपल की पत्तियां ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
  • इसमें मौजूद टैनिन और ग्लूकोसाइड्स इंसुलिन के प्रभाव को संतुलित करने में सहायक होते हैं।
  • मधुमेह रोगी यदि रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करें, तो यह प्राकृतिक रूप से शुगर लेवल को कम करने में सहयोग कर सकता है।
  • लेकिन डायबिटीज रोगियों को इसे लेने से पहले आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

सांस संबंधी समस्याओं में राहत

पीपल की पत्तियों का सेवन श्वसन तंत्र को मजबूत करता है। खासकर दमा, खांसी, जुकाम और ब्रोंकाइटिस के रोगियों के लिए यह लाभकारी है। आयुर्वेद के अनुसार, पीपल की तासीर ठंडी होती है, जिससे यह फेफड़ों की सूजन और जलन को कम करता है। इसका नियमित सेवन वायु मार्ग को साफ करता है और सांस लेने में आसानी प्रदान करता है।

मानसिक तनाव और अनिद्रा में सहायक

पीपल की पत्तियों में प्राकृतिक शांतिदायक गुण होते हैं, जो मानसिक संतुलन बनाए रखते हैं। यह मस्तिष्क में सैरोटोनिन हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। जिन लोगों को नींद नहीं आती या अनिद्रा की समस्या है, उन्हें सुबह इसका सेवन लाभ पहुंचा सकता है। मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता में सुधार लाने के लिए भी यह रामबाण है।

आयुर्वेद में पीपल का विशेष महत्व

  • आयुर्वेद में पीपल को “अमृत तुल्य वृक्ष” कहा गया है।
  • इसकी छाल, पत्तियां, फल और जड़-सभी में औषधीय गुण पाए जाते हैं।
  • यह “त्रिदोष शमन” (वात, पित्त और कफ को संतुलित करना) में समर्थ है।
  • त्वचा रोग, बवासीर, दांतों की समस्या, और स्त्री रोग में इसके विभिन्न हिस्सों का प्रयोग होता है।
  • इसे शुद्धता, दीर्घायु और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत भी माना गया है।

किसे नहीं खाना चाहिए पीपल का पत्ता?

गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं। जिनकी तासीर बहुत ठंडी है या जिन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम होता है।बिना चिकित्सकीय परामर्श के इसे लम्बे समय तक न खाएं।

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Amit Mishra
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अमित मिश्रा को मीडिया के विभ‍िन्‍न संस्‍थानों में 15 वर्ष से ज्‍यादा का अनुभव है। इन्‍हें Digital के साथ-साथ Print Media का भी बेहतरीन अनुभव है। फोटो पत्रकारिता, डेस्‍क, रिपोर्ट‍िंंग के क्षेत्र में कई वर्षों तक अमित मिश्रा ने अपना योगदान दिया है। इन्‍हें तस्‍वीरें खींचना और उनपर लेख लिखना बेहद पसंद है। इसके अलावा इन्‍हें धर्म, फैशन, राजनीति सहित अन्‍य विषयों में रूच‍ि है। अब वह TheConnect24.com में बतौर डिज‍िटल कंटेंट प्रोड्यूसर कार्यरत हैं।
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