Tuesday, December 16, 2025

Delhi AQI 2025: स्मॉग और धुंध से घिरी राजधानी, स्कूलों में हाइब्रिड मोड और दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम

Delhi AQI 2025: राजधानी दिल्ली में रविवार को हवा की गुणवत्ता इस साल की सबसे खराब श्रेणी में पहुंच गई। सुबह की शुरुआत धुंध और कोहरे से हुई और आसमान में स्मॉग की मोटी परत छा गई। दृश्यता बेहद कम रही और लोगों को सांस लेने में कठिनाई के साथ आंखों में जलन की शिकायत भी हुई। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम फॉर दिल्ली के अनुसार, रविवार सुबह राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 462 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI बेहद खराब स्तर पर रहा। अलीपुर में 439, आनंद विहार में 491, अशोक विहार में 493, बवाना में 495, बुराड़ी में 473, आईटीओ में 482, रोहिणी में 499 और विवेक विहार में 495 दर्ज किया गया। वहीं, आईजीआई एयरपोर्ट टी3 पर 411, लोधी रोड पर 401 और नजफगढ़ में 411 AQI दर्ज हुआ।

दिल्ली से सटे एनसीआर शहरों में भी हालात गंभीर रहे। गाजियाबाद के वसुंधरा में AQI 482, संजय नगर में 419 और इंदिरापुरम में 476 दर्ज किया गया। नोएडा में सेक्टर 125 पर 456, सेक्टर 1 पर 488 और सेक्टर 116 पर 499 तक पहुंच गया। गुरुग्राम के एनआईएसई ग्वाल पहाड़ी में 406 और फरीदाबाद के सेक्टर 11 में 369 AQI दर्ज हुआ।

प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शनिवार शाम ग्रेप (GRAP) स्टेज-4 लागू कर दिया। इससे पहले सुबह ग्रेप-3 की पाबंदियां लागू की गई थीं। अब दिल्ली में ग्रेप स्टेज-1 से लेकर स्टेज-4 तक की सभी पाबंदियां लागू होंगी। अधिकारियों ने बताया कि धीमी हवा, स्थिर वातावरण और खराब मौसम के कारण प्रदूषक हवा में फैल नहीं पाए, जिससे प्रदूषण तेजी से बढ़ा।

ग्रेप स्टेज-4 के तहत स्कूलों में पढ़ाई हाइब्रिड मोड में कराई जाएगी। 9वीं और 11वीं तक के छात्रों को ऑनलाइन विकल्प दिया जाएगा, जबकि जहां संभव होगा वहां ऑफलाइन कक्षाएं भी चलेंगी। इसके अलावा सभी सरकारी और निजी दफ्तर 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ ही खुलेंगे और बाकी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करना होगा।

सीएक्यूएम ने नागरिकों से अपील की है कि वे ग्रेप के सिटीजन चार्टर का पालन करें। इसमें छोटी दूरी के लिए पैदल या साइकिल चलाना, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल, कारपूलिंग, अनावश्यक यात्राओं से बचना और कोयला-लकड़ी से गर्माहट न लेना शामिल है। सुरक्षाकर्मियों को इलेक्ट्रिक हीटर देने और वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई है।

दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तत्काल अतिरिक्त निवारक कदम उठाएं। अधिकारियों का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है।

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