Black Hakik: काला हकीक श्याम रंग का होता है। इसी को कुछ लोग रावती भी कहते हैं। वास्तव में कसौटी पत्थर के बने नग को ही रावती कहा जाता है। यह राहु के दोषों के निवारण के लिये एवं राहु के शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिये राहु की दशा में इस नग को बुधवार के दिन बीच वाली उंगली में धारण करना चाहिए।
काला हकीक धारण करने से दुष्ट लोगों की नजर का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। भूत-प्रेत आदि बाधा से पीड़ित लोगों को भी इस नग को धारण करना चाहिए। श्याम हकीक की अपेक्षा रावती अथवा काला टाइगर अधिक प्रभावशाली होता है। इन नगों को किसी घर, ठेला, दुकान आदि वाहन में श्याम रेशमी कपड़े में सिलकर बांधने से नजर दोष नहीं होता है।
कुछ श्याम हकीकों में श्वेत रेखाएं बनी रहती हैं। कुछ सफेद हकीकों में काली रेखाएं बनी रहती हैं, ऐसे नग विशेष शुभ होते हैं। इन्हें कुछ लोग गौरी-शंकर भी कहते हैं। जिनके कर्क, मकर या कुंभ लग्न व राशि में चंद्र का योग हो अथवा कर्क में शनि और मकर कुंभ में चंद्र होतो इस नग को धारण करने से कार्यों में सफलता, सम्मान मिलता है। चंद्र तथा शनि का बुरा प्रभाव दूर होता है। शुभ प्रभाव बढ़ता है।
श्वेत हकीक में काली आंख जैसा निशान हो तो उसे सोमवार को कनिष्ठा उंगली में धारण करने से शांति मिलती है। मनोबल बढ़ता है, पत्नी सुख प्राप्त होता है और घर में शुभ कार्य होते हैं। काले हकीक को शनि, केतु के खराब प्रभाव को शांत करने के लिये तथा शुभ प्रभाव को बढ़ाने के लिये भी प्रयोग किया जाता है।
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