Dhanteras shopping tradition: धनतेरस, दीपावली के पंचपर्वों की शुरुआत का शुभ दिन है, जिसे धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है। परंपरा के अनुसार, धनतेरस पर विशेष वस्तुओं की खरीदारी से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। आधुनिक समय में भी यह दिन आर्थिक और भावनात्मक निवेश का अवसर बन गया है। हम इस लेख में जानेंगे कि धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ माना जाता है, किन वस्तुओं से बचना चाहिए और कैसे यह परंपरा आज भी लोगों के जीवन में खुशहाली लाती है।
धनतेरस का धार्मिक महत्व
धनतेरस (Dhanteras) का पर्व कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव के रूप में भी जाना जाता है, जो आयुर्वेद के देवता हैं। समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए धन्वंतरि को स्वास्थ्य और जीवन रक्षा का प्रतीक माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा भी की जाती है, जिससे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन की गई खरीदारी तेरह गुना फल देती है। इसलिए लोग इस दिन नए बर्तन, धातु, आभूषण और अन्य शुभ वस्तुएं खरीदते हैं। यह परंपरा न केवल आध्यात्मिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी लोगों को जोड़ती है।
बर्तन खरीदने की परंपरा
धनतेरस (Dhanteras) पर पीतल, तांबा और स्टील के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। यह परंपरा समुद्र मंथन से जुड़ी है, जब भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। बर्तन समृद्धि और भोजन की निरंतरता का प्रतीक होते हैं। घर में नए बर्तन लाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह संकेत देता है कि परिवार में अन्न और जल की कमी नहीं होगी। आजकल लोग डिजाइनर कुकवेयर और इंडक्शन फ्रेंडली बर्तन भी खरीदते हैं, जिससे परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल होता है। बर्तन खरीदते समय ध्यान रखें कि वे टिकाऊ और उपयोगी हों।
धातु और आभूषणों की खरीदारी
धनतेरस पर सोना, चांदी, पीतल और तांबे की वस्तुएं खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। सोना और चांदी धन और ऐश्वर्य के प्रतीक हैं, जबकि पीतल और तांबा स्वास्थ्य और ऊर्जा से जुड़े हैं। आभूषणों की खरीदारी न केवल निवेश होती है, बल्कि यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने का माध्यम भी है। आजकल लोग डिजिटल गोल्ड, चांदी के सिक्के और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खरीदते हैं। यह परंपरा परिवार में आर्थिक स्थिरता और सुरक्षा का भाव लाती है। खरीदारी करते समय प्रमाणित धातु और बिल अवश्य लें।
इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरणों की खरीद
आधुनिक युग में धनतेरस पर इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे मोबाइल, लैपटॉप, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर खरीदना भी शुभ माना जाता है। यह परंपरा अब सुविधा और तकनीकी उन्नति से जुड़ गई है। नए उपकरण घर में सुख-सुविधा और कार्यक्षमता बढ़ाते हैं। कई लोग इस दिन अपने ऑफिस या स्टूडियो के लिए भी नए गैजेट्स खरीदते हैं। धनतेरस पर ब्रांडेड सामान पर विशेष छूट मिलती है, जिससे यह दिन आर्थिक रूप से भी लाभकारी बन जाता है। खरीदारी करते समय वारंटी और सेवा शर्तों की जांच अवश्य करें।
औषधीय वस्तुएं और स्वास्थ्य उत्पाद
चूंकि धनतेरस (Dhanteras) भगवान धन्वंतरि का जन्मदिन है, इसलिए इस दिन आयुर्वेदिक औषधियां, स्वास्थ्य उपकरण और फिटनेस उत्पाद खरीदना शुभ माना जाता है। यह परंपरा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देती है। लोग इस दिन तुलसी, गिलोय, आंवला जैसे औषधीय पौधे भी घर लाते हैं। आजकल हेल्थ ट्रैकर्स, योग मैट और न्यूट्रिशन सप्लीमेंट्स की खरीद भी लोकप्रिय हो गई है। यह संकेत देता है कि परिवार स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है। खरीदारी करते समय गुणवत्ता और प्रमाणन की जांच करें।
दीपक और सजावटी वस्तुएं
धनतेरस (Dhanteras) पर मिट्टी के दीपक, मोमबत्तियां, रंगोली और सजावटी लाइट्स खरीदना शुभ होता है। दीपक अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है और यह माता लक्ष्मी का स्वागत करता है। रंगोली घर की ऊर्जा को संतुलित करती है और सौंदर्य बढ़ाती है। आजकल लोग LED दीये, सजावटी झालर और इको-फ्रेंडली सजावट पसंद करते हैं। यह परंपरा घर को उत्सवमय और सकारात्मक बनाती है। सजावटी वस्तुएं खरीदते समय पर्यावरण के अनुकूल विकल्प चुनें।
वाहन और संपत्ति की खरीद
धनतेरस पर वाहन, घर या जमीन खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह आर्थिक उन्नति और स्थायित्व का प्रतीक है। कई लोग इस दिन नई गाड़ी की डिलीवरी लेते हैं या प्रॉपर्टी की बुकिंग करते हैं। यह परंपरा दर्शाती है कि व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ रहा है। वाहन खरीदते समय सुरक्षा फीचर्स और बीमा की जांच करें। प्रॉपर्टी खरीदते समय दस्तावेज़ों की वैधता और स्थान की जांच आवश्यक है। यह निवेश भविष्य की सुरक्षा और समृद्धि का संकेत देता है।
क्या न खरीदें धनतेरस पर
धनतेरस (Dhanteras) पर कुछ वस्तुओं की खरीद से बचना चाहिए। जैसे काले रंग की वस्तुएं, लोहे के सामान, नुकीले औजार, प्लास्टिक और टूटे-फूटे सामान। धार्मिक मान्यता है कि ये वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता को आमंत्रित करती हैं। तेल और घी की खरीद भी इस दिन वर्जित मानी जाती है। इनकी जगह आप दीपक और शुद्ध घी पहले ही खरीद सकते हैं। धनतेरस पर साफ-सुथरी, नई और शुभ वस्तुओं की खरीद ही लाभकारी होती है। यह परंपरा घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता बनाए रखने में सहायक होती है।
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