RED CHILLI: भारत दुनिया में सबसे बड़ा लाल मिर्च उत्पादक और निर्यातक देश है। यहां की लाल मिर्च अपनी तीखापन, रंग और स्वाद के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर है। हर राज्य की मिट्टी और मौसम की अलग पहचान है, जिसके कारण वहां की मिर्च की किस्में भी अलग-अलग स्वाद और सुगंध लिए होती हैं। आंध्र प्रदेश से लेकर राजस्थान तक और कर्नाटक से कश्मीर तक, भारत में लाल मिर्च (RED CHILLI) की कई ऐसी किस्में होती हैं जो बाजार में सबसे ज्यादा मांग में रहती हैं। आइए जानते हैं भारत की उन मशहूर लाल मिर्च किस्मों के बारे में जो देश और विदेश में खास पहचान रखती हैं।
आंध्र प्रदेश की गंटूर मिर्च
भारत में सबसे प्रसिद्ध और तीखी मिर्च की बात करें तो गंटूर मिर्च का नाम सबसे पहले आता है। आंध्र प्रदेश का गंटूर जिला इस किस्म के लिए मशहूर है। गंटूर मिर्च अपने तीखेपन और गहरे लाल रंग के लिए जानी जाती है। यह मिर्च न केवल भारतीय बाजार में बल्कि विदेशों में भी खूब निर्यात होती है। गंटूर मिर्च से बनने वाली चटनी और पाउडर बेहद स्वादिष्ट और तीखे होते हैं। इसकी खासियत यह है कि इसमें तीखापन के साथ-साथ रंग भी बेहद गहरा और आकर्षक होता है।
कश्मीर की लाल मिर्च
कश्मीरी लाल मिर्च (RED CHILLI) अपने चमकीले लाल रंग और हल्के तीखेपन के लिए पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। यह मिर्च खासतौर पर उन व्यंजनों में इस्तेमाल होती है, जहां तीखापन कम और रंग ज्यादा चाहिए होता है। जैसे कि बटर चिकन, तंदूरी व्यंजन और दही-बड़े। कश्मीरी मिर्च का स्वाद हल्का होने के बावजूद इसकी खुशबू और रंग पकवान को और भी लजीज बना देता है। यही कारण है कि इसे मसालों की शान कहा जाता है।
कर्नाटक की ब्याडगी मिर्च
कर्नाटक का ब्याडगी (Byadgi) मिर्च अपनी गहरी लाल रंगत और तीखेपन में मध्यम स्तर के लिए प्रसिद्ध है। इसका उपयोग खासतौर पर साउथ इंडियन करीज और सांभर में किया जाता है। इस मिर्च (RED CHILLI) का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें तेल की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे इसका रंग व्यंजन में लंबे समय तक बना रहता है। ब्याडगी मिर्च को सुखाकर और पाउडर बनाकर भी बेचा जाता है।
नागालैंड की भूत जोलोकिया
दुनिया की सबसे तीखी मिर्चों में से एक, भूत जोलोकिया नागालैंड और असम में उगाई जाती है। इसे “घोस्ट पेपर” भी कहा जाता है। इसकी तीखापन का स्तर इतना ज्यादा होता है कि इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है। नागालैंड की मिर्च केवल स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि औषधीय गुणों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे अक्सर चटनी और अचार में इस्तेमाल किया जाता है।
राजस्थान की लाल मिर्च
राजस्थान की मिर्च अपने तीखेपन और स्वाद के लिए जानी जाती है। यहां की जोधपुरी और जालोरी मिर्च बेहद प्रसिद्ध हैं। राजस्थान के शुष्क मौसम में उगने वाली मिर्च में तीखापन बहुत ज्यादा होता है। इनका इस्तेमाल खासतौर पर राजस्थानी व्यंजन जैसे लाल मांस और कढ़ी में किया जाता है। यह मिर्च लंबे समय तक सुरक्षित रहती है और स्वाद में बेहद लाजवाब होती है।
महाराष्ट्र की सावजी मिर्च
महाराष्ट्र में उगाई जाने वाली सावजी मिर्च तीखे स्वाद के लिए जानी जाती है। खासतौर पर नागपुर और आसपास के इलाकों में इसकी खेती होती है। सावजी मिर्च का इस्तेमाल सावजी करी और मसालेदार व्यंजनों में खूब होता है। इसका तीखापन गंटूर मिर्च जैसा तेज होता है और रंग भी गहरा लाल होता है। महाराष्ट्र के पारंपरिक खानपान का यह एक अहम हिस्सा है।
मध्य प्रदेश की लाल मिर्च
मध्य प्रदेश में खासतौर पर इंदौर और खंडवा की मिर्च (RED CHILLI) काफी प्रसिद्ध है। यहां की मिर्च का स्वाद संतुलित होता है-न ज्यादा तीखी और न ज्यादा हल्की। यही वजह है कि इसे बड़े पैमाने पर मसाले के पाउडर बनाने वाली कंपनियां खरीदती हैं। मध्य प्रदेश की मिर्च का उपयोग रोजमर्रा के भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से होता है।
असम की लाल मिर्च
असम की लाल मिर्च (RED CHILLI) अपने अनोखे स्वाद और खुशबू के लिए मशहूर है। यहां भूत जोलोकिया जैसी सुपर हॉट मिर्च के अलावा मध्यम तीखेपन वाली मिर्च भी उगाई जाती है। असम की मिर्च का उपयोग खासकर अचार और पारंपरिक व्यंजनों में होता है। इसकी खुशबू और प्राकृतिक स्वाद व्यंजनों को और भी खास बना देते हैं।
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