Medical guidelines: जिले के संजेली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर लापरवाही के आरोप सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, सुविधाओं की कमी वाले इस केंद्र में मात्र एक घंटे के भीतर 30 महिलाओं के परिवार नियोजन (नसबंदी) ऑपरेशन कर दिए गए। चिकित्सीय मानकों के खिलाफ इस तरह की जल्दबाजी ने महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकारी स्त्रीरोग विशेषज्ञ उपलब्ध न होने के कारण निजी डॉक्टर को बुलाकर ऑपरेशन कराए गए। बिस्तरों की कमी के चलते एक ही बेड पर दो-दो महिलाओं को रखा गया। ऑपरेशन के बाद स्ट्रेचर न होने से महिलाओं को पैदल ही ले जाया गया। सुबह 9 बजे से शिविर स्थल पर मौजूद महिलाओं को डॉक्टर के आने तक लगभग सात घंटे इंतजार करना पड़ा।
संजेली और सिंगवड क्षेत्र की महिलाओं के लिए आयोजित इस शिविर में चिकित्सीय दिशानिर्देशों और बुनियादी सुविधाओं की गंभीर अनदेखी देखने को मिली। केंद्र में लेप्रोस्कोपी मशीन की सुविधा तो है, लेकिन पूरे जिले में सरकारी स्त्रीरोग विशेषज्ञ की अनुपस्थिति के कारण निजी डॉक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है।
इस दौरान छोटे बच्चों को शांत रखने के लिए परिजनों ने साड़ियों से झूले बांधे। देर से डॉक्टर के आने के बाद, बेहद कम समय में 30 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन निपटा दिए गए। अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही ने न केवल महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डाला बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं।

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