Sunday, May 12, 2024

जीवन को सुखमय बनाने का क्‍या मार्ग है?

अथक प्रयास, कठोर परिश्रम और वैज्ञान‍िक उपायों के द्वारा जन्‍म के कुप‍ित दोषों में मुक्‍त‍ि मिल जाने ऐसा कदाप‍ि संभव नहीं है। यद‍ि ऐसा होता तो आज कोई भी दुखी, परेशान, रोगी और द‍र‍िद्र नहीं होता क्‍योंक‍ि परेशान‍ियों से मुक्‍त‍ि पाने के लिये पर‍िश्रम प्रयत्‍न और आधुनिक प्रयास तो सभी करते हैं।

इनमें मुक्‍त‍ि का केवल एक मात्र उपाय भारतीय अध्‍यात्‍म और देवतुल्‍य मनीष‍ियों द्वारा रच‍ित वेद, उपन‍िषद, मंत्र आद‍ि विद्या के वे सहज प्रयोग हैं ज‍िन्‍हें अपनाकर साधारण मनुष्‍य भी कुप‍ित दोषों के प्रभाव को सदैव के लिये दूर करके अपने जीवन को अपने अनुकूल, ज्‍यादा सुखमय और उन्नत‍िदायक बना सकता है, यही जीवन का परम सत्‍य है।

जो जितनी जल्‍दी इस सत्‍य को स्‍वीकार करके जन्‍म के दोषों से छुटकारा पाने का प्रयास करेगा वो उतनी ही जल्‍दी स्‍वयं को और अपने पर‍िवारीजनों के जीवन को श्रेष्‍ठ और अद्व‍ितीय बना सकेगा। इस सत्‍य को जानने के बाद किसी गलत, सूक्ष्‍म मार्ग को खोजने की आवश्‍यकता नहीं रहेगी।

क्‍योंक‍ि भौत‍िक जीवन की कठ‍िनाइयों को म‍िटाकर उन्नत‍ि प्राप्‍त करने के लिए अध्‍यात्‍म‍िक प्रयोगों से अच्‍छा, अचूक, आसान और सूक्ष्‍म मार्ग अन्‍य कोई नहीं है। तभी तो भारतीय अध्‍यात्‍म को पूरा विश्‍व चमत्‍कार‍िक विज्ञान के रूप में जानता है, अपनाता है और भारतीय अध्‍यात्‍म के आगे नतमस्‍तक है।

डि‍स्‍कलेमर: धर्म संग्रह, ज्‍योति‍ष, स्‍वास्‍थ्‍य, योग, इति‍हास, पुराण सहि‍त अन्‍य विषयों पर Theconnect24.com में प्रकाशि‍त व प्रसारित आलेख, वीडियो और समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है, जो विभि‍न्न प्रकार के स्‍त्रोत से लिए जाते हैं। इनसे संबंधि‍त सत्‍यता की पुष्‍ट‍ि Theconnect24.com नहीं करता है। ज्‍योति‍ष और सेहत के संबंध में किसी भी प्रकार का प्रयोग करने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह अवश्‍य लें। इस सामग्री को (Viewers) की दि‍लचस्‍पी को ध्‍यान में रखकर यहां प्रस्‍तुत किया गया है, जिसका कोई भी (scientific evidence) नहीं है।

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