Friday, May 10, 2024

पढ़‍िए अलीगढ़ की खास खबरें: पुरानी रंज‍िश में व‍िवाद, चली गोली, पत्‍नी ने फांसी लगाकर दी जान, प्रोफेसर रिहान एनआईएसई के महानिदेशक नियुक्त

अलीगढ़। गांव के किसान नेता योगेश तोमर व भाजपा में सक्रिय प्रधान के बीच एक नाली को लेकर काफी समय से विवाद है। इस विवाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को पाबंद कर रखा है। देर शाम दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद गाली-गलौज हो गया। इसमें प्रधान पक्ष पर हवाई फायर करने का आरोप लगा।

कातवाली खैर क्षेत्र के गांव अहरौला के माजरा गढ़ी हरनारायण में 26 अप्रैल देर शाम पुरानी रंजिश में दो पक्षों में विवाद में फायरिंग हो गई। इस झगड़े को चुनाव से जोड़कर पुलिस को झूठी सूचना दे दी गई। इस दौरान एक लड़की को गोली के छर्रे लगने की बात कही गई। मगर पुलिस जांच में इसकी भी पुष्टि नहीं हुई। पुलिस तहरीर के आधार पर कार्रवाई कर रही है।

गांव के किसान नेता योगेश तोमर व भाजपा में सक्रिय प्रधान के बीच एक नाली को लेकर काफी समय से विवाद है। इस विवाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को पाबंद कर रखा है। देर शाम दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद गाली गलौज हो गया। इसमें प्रधान पक्ष पर हवाई फायर करने का आरोप लगा। इसी बीच किसी ने पुलिस को यह सूचना दे दी कि ईवीएम मशीन ले जाते समय दोनों पक्षों में विवाद हुआ और प्रधान पक्ष ने फायरिंग कर दी।

जब पुलिस मौके पर पहुंची तो ईवीएम या आज के चुनाव से जुड़ा कोई तथ्य सामने नहीं आया। बाद में एक लड़की को गोली के छर्रे लगने की बात सामने आई। उसे अस्पताल भेजा गया। मगर उसको भी छर्रे लगने की पुष्टि नहीं हुई। सीओ रंजन द्विवेदी के अनुसार झगड़ा पुराने विवाद में हुआ है। इसके अलावा कोई बात नहीं है। फायरिंग या किसी लड़की को छर्रे लगने की पुष्टि नहीं हुई है।

पति‍ गया गेंहू काटने, पत्‍नी ने फांसी लगाकर दी जान

अलीगढ़। जवा थाना अन्तर्गत गांव अमरौली में एक विवाहिता ने कमरे में गमछे के सहारे फंदे पर लटककर जान दे दी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार अमरौली निवासी वीरपाल की शादी 8 वर्ष पूर्व थाना बरला के गांव अरनी निवासी नीतू के साथ हुई थी, तीन बच्चे हैं। शुक्रवार 26 अप्रैल की सुबह वह गेहूं काटने के लिए खेतों पर गए थे, तभी नीतू ने गमछे का फंदा गले में लगाकर पंखे पर लटककर आत्महत्या करली। पड़ोसी ने उनकी पत्नी को कमरे में फंदे पर लटके देखा तो यह जानकारी उन्हें दी। सूचना पर पहुंचे अमरौली चौकी इंचार्ज ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार अभी परिवार की ओर से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जज्‍बा फाउण्डेशन का रक्तदान शिविर 4 मई को

अलीगढ़। जज्‍बा फाउण्डेशन द्वारा जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ डॉक्टर्स टीम के सहयोग से 4 मई को सकीना लॉज चौराहा खटीकान, अपर फोर्ट रोड अलीगढ़ में सुबह 10 बजे से दोपहर 02 बजे तक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी फाउण्डेशन के महासचिव डॉक्टर स्वालेहीन अख्तर ने मैरिस रोड स्थित एक रेस्टोरन्ट में दी, उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से शरीर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है और रक्तदान करने के लिए ना ही ज्‍यादा खाना खाने एवं ताकत की जरूरत होती है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान किसी का जीवन बचाकर चेहरे पर मुस्कान ला सकता है। बताया कि आपके सिर्फ पांच मिनट +350 मिली लीटर रक्त/खून के बराबर एक ज‍िंंदगी हो सकती है। डॉक्टर शुजाउर रहमान ने कहा कि रक्तदान करने से नकारात्मक विचार एवं हार्ट अटैक आदि बीमारियाँ नहीं होतीं। अध्यक्ष डॉक्टर मो शोएब ने सभी पदाधिकारी व सदस्यों से रक्तदान करने की अपील की। मुख्य रूप से अलाउद्दीन सैफी, कुं आरिफ अली मौजूद रहे।

फाल्कन्स फोर्ज-बिजनेस प्लान प्रतियोगिता आयोजित

अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मल्लापुरम केन्द्र के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने हाल ही में उद्यमिता विकास (ईडी) सेल द्वारा आयोजित फाल्कन्स फोर्ज-बिजनेस प्लान प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें एमबीए विभाग के छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता की शुरुआत निदेशक प्रभारी डॉ. शाहनवाज अहमद मलिक के अध्यक्षीय भाषण के साथ हुई, जिसमें आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में नवाचार, रचनात्मकता और उद्यमशीलता की भावना की गंभीरता पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के प्रभारी शिक्षक सैयद अहमद साद ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। छात्र संयोजक टीम, जिसमें हंजला ताहिर, राबिया बुशरा और निशात फातिमा शामिल थे, ने के आयोजन में सहयोग किया।
डॉ. लुबना अंसारी, मोहम्मद याशिक पी, और सैयद अहमद साद सहित निर्णायक मंडल के एक पैनल ने प्रतिभागियों के सीखने के अनुभव को सुविधाजनक बनाते हुए व्यावहारिक प्रतिक्रिया और रचनात्मक सहयोग प्रदान किया। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. हमजा वी.के. और सहायक रजिस्ट्रार डॉ. अहजम खान ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।

प्रोफेसर रिहान एनआईएसई के महानिदेशक नियुक्त

अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद रिहान को भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एनआईएसई) के राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान एमएनआरई में महानिदेशक तीन वर्ष के लिए नियुक्त किया गया है। डीजी के पद पर उनकी नियुक्ति साक्षात्कारों के बाद विषय विशेषज्ञों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की एक चयन समिति द्वारा सिफारिश को बाद में भारत सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा अनुमोदित किया गया था। वह दो साल के विस्तार की संभावना के साथ, तीन साल की प्रारंभिक अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति पर एनआईएसई में काम करेंगे।

डॉ. रिहान के पास इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में अपने कार्यकाल का भरपूर अनुभव है, जहां उन्होंने स्मार्ट ग्रिड और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास, परीक्षण, प्रमाणन और कौशल विकास को बढ़ावा देने के एनआईएसई के जनादेश के साथ सहजता से मेल खाती है।

एएमयू में अपने कार्यकाल के दौरान, डॉ. रिहान ने कैंपस वितरण ग्रिड में 6.5डॅच सौर पीवी संयंत्रों के एकीकरण का नेतृत्व किया, जो देश के किसी भी शैक्षणिक संस्थान में सबसे बड़ी स्थापनाओं में से एक है। उन्होंने रु. 20 करोड़ 3.3 मेगावाटपी सौर फार्म की एक अग्रणी परियोजना का नेतृत्व किया। जो देश भर के शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक बेंचमार्क स्थापित कर रहा है।

इसके अतिरिक्त एएमयू में ग्रिड इंटीग्रेटेड ग्रीन एंड रिन्यूएबल एनर्जी सेंटर के संस्थापक निदेशक के रूप में उच्च नवीकरणीय ऊर्जा पैठ से उत्पन्न अनुसंधान चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके मार्गदर्शन में, केंद्र ने एनआईएसई के सहयोग से हरित ऊर्जा संक्रमण और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप हरित ऊर्जा और सतत विकास पर एक संयुक्त एमटेक कार्यक्रम शुरू किया।

डॉ. रिहान स्मार्ट ग्रिड, सौर ऊर्जा और सिंक्रोफेसर माप के क्षेत्रों में विद्वान, जिनमें से कई को प्रतिष्ठित प्रधान मंत्री अनुसंधान फेलोशिप प्राप्त हुई है। ऊर्जा दक्षता, संरक्षण पहल और बिजली के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर परामर्श के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र की संस्थाओं द्वारा भी उनकी विशेषज्ञता मांगी गई है। एनआईएसई के महानिदेशक के रूप में, डॉ. रिहान भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए, सौर ऊर्जा अनुसंधान, विकास और नीति कार्यान्वयन में आगे की प्रगति की दिशा में संस्थान का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।

मोदी जी का बयान जनता के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देगा: इकबाल मंद

अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान के बांसवाड़ा में दिया गया चुनावी भाषण बेहद सांप्रदायिक है। देश के संविधान के मूल सिद्धांतों पर आघात करने वाली हैं। हम आशा करते हैं कि चुनाव आयोग द्वारा जल्द से जल्द ठोस और स्पष्ट कदम उठाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक व्यक्ति ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 का उल्लंघन किया है। भारतीय संविधान की अस्मिता पर प्रहार किया गया है। ये भारत, संविधान, प्रधानमंत्री के पद और निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता का सवाल है, जो बाकि लोगों के साथ आचार संहिता उलंल्घन मामले में किया जाता है, वो प्रतिबंध यहां भी लगाने चाहिए। चाहे कोई व्यक्ति कितना ही बड़ा है, क्योंकि यह संवैधानिक अस्मिता का सवाल है।’

काउंस‍िल पूछती है कि क्या अन्य दलों के उम्मीदवारों को भी आचार संहिता उल्लंघन मामले में वही छूट मिलेगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले एक दशक से मिलती आ रही है। आयोग उनके गंभीर उल्लंघनों के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई करने की इच्छा नहीं रखता है।

पीएम मोदी द्वारा बार-बार आचार संहिता उल्लंघन के लिए चुनाव में एक उम्मीदवार के रूप में उन्हें तत्काल अयोग्य घोषित कियाा जाए। इसमें पीएम मोदी के हालिया राजस्थान में दिए भाषण के साथ ही अन्य बयानों का भी जिक्र किया गया है। काउंस‍िल में इकबाल मद, हरीश चंद लोधाी, ज‍ितेंद्र कुमार, रोशन लाल अदि उपस्थित थे।

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